एमएलएम व जेबीएम क्‍या है ?

17/01/2012 05:50

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जेबीएम परिवार आपका स्‍वागत करता है। मुझे पूर्ण विश्‍वास है कि आप द्वारा जेबीएम परिवार में शामिल होने का लिया गया फैसला, आपके सपनों को साकार करने में मददगार सिद्ध होगा। जय भारत मार्केटिंग केवल मार्किटिंग नहीं बल्‍कि खुद को विकसित करने का एक सुनहरा अवसर है। जय भारत

आपके मन में यह प्रश्‍न होगा, एमएलएम यानि मल्‍टी लेवल मार्किटिंग क्‍या है। यह एक ऐसी विधि है, जो पराम्‍परागत व्‍यापार को तोड़ते हुए 21वीं सदी का सर्वोत्‍तम बिजनस सिस्‍टम बनी। इस सिस्‍टम द्वारा कंपनी अपने ग्राहक तैयार करती है, जो कंपनी के प्रचार का माध्‍यम बनते हैं, और प्रचार के लिए कंपनी उनको कमिशन के रूप में पैसे अदा करती है, जो जिस लेवल पर होता है, उसको उतना पैसा कंपनी द्वारा अदा किया जाता है। इस सिस्‍टम का जन्‍म 1945 में कैलेफोर्निया विटामिन नामक कंपनी ने किया, जो आगे चलकर न्‍यूट्रीलाइट के नाम से प्रसिद्ध हुई एवं कहते हैं कि यह सिस्‍टम 1994 के आस पास एमवे नामक कंपनी के भारत प्रवेश से हिन्‍दुस्‍तान में पहुंचा। इस सिस्‍टम के हिन्‍दुस्‍तान में आते ही, इस सिस्‍टम को अपनाकर काम करने की रीति शुरू हो गई, जिसके चलते आम जनता को भारी नुकसान भी भुगतना पड़ा क्‍योंकि सिस्‍टम अच्‍छे के लिए शुरू होता एवं सिस्‍टम की त्रुटियों के कारण कंपनी जल्‍दी की लोगों का पैसा लेकर रफूचक्‍कर हो जाती, जिस को घोटाले का नाम दिया जाता है। इस तरह के कई हादसे इस देश में हुए, जिस ने एमएलएम की हिन्‍दुस्‍तान में छवि बिगाड़ दी। इस एमएलएम की छवि को सुधारने के लिए एवं इस सिस्‍टम की ताकत के द्वारा देश के विकास में भागीदार बनने के लिए जेबीएम परिवार का जन्‍म हुआ। जेबीएम परिवार द्वारा सदस्‍यता फीस केवल 20 रुपए निर्धारित की गई है एवं ज्‍वॉइनिंग के वक्‍त 110 बीवी की कोई भी वस्‍तु खरीदनी होगी। अगर कोई व्‍यक्‍ित ज्‍वॉइन के वक्‍त 110 बीवी की खरीददारी करता है तो उसके बीवी वैल्‍यू के हिसाब से कंपनी अगले महीने उसको उसके बिजनस वैल्‍यू का 22 टका तो पक्‍के तौर पर रिटर्न करती है, यानि 120 बीवी का 22 टका, 26.4 रुपए (दस बीवी ज्‍वॉइनिंग कार्ड के होते हैं)। इससे बेहतर सिस्‍टम भारत में अभी तक नहीं आया। इतना ही नहीं, जेबीएम परिवार द्वारा अपने सदस्‍य को स्‍वयं की खरीदी के बीवी वैल्‍यू का 22 से 38 टका रिटर्न किया जाता है। जेबीएम परिवार.